दुर्योधन ने श्रीकृष्ण की पुरी नारायणी सेना माँग ली थी और अर्जुन ने केवल श्रीकृष्ण को माँगा था।
उस समय भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन की चुटकी (मजाक) लेते हुए कहा:
हार निश्चित है तेरी, हर दम तू रहेगा उदास।
माखन दुर्योधन ले गया, केवल छाछ बची है तेरे पास।
अर्जुन ने कहा:- हे प्रभु!
जीत निश्चित है मेरी, दास हो नही सकता उदास।
माखन लेकर क्या करूँ, जब माखन चोर है मेरे पास।